पेशावर. पाकिस्तान में हिंदू और अन्य धर्म स्थलों को नुकसान पहुंचाने का सिलसिला थम नहीं रहा। सिंध प्रांत में एक मंदिर पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया और तोड़फोड़ की। इससे मूर्ति को नुकसान पहुंचा। मामले में चार अज्ञात लोगों के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की गई है। दक्षिण एशिया क्षेत्र के मामलों की पत्रकार नायला इनायत ने ट्विटर पर लिखा, “सिंध प्रांत में एक और हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई। एक भीड़ द्वारा चचौरो, थारपारकर में माता रानी भटियानी के मंदिर में हमला किया गया। यहां मूर्ति व पवित्र ग्रंथों को खंडित किया गया है।” उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर यहां की चार तस्वीरें भी शेयर की हैं। इसमें कट्टरपंथी मूर्ति पर काला रंग डालते दिख रहे हैं। साथ ही मंदिर को भी तोड़ने की कोशिश की गई है।
"पाकिस्तानी हिंदूज यूथ फोरम' नामक एक संगठन ने फेसबुक के माध्यम से अपील की है कि इस मंदिर को नुकसान पहुंचाने वालों को कड़ी सजा दी जाए। संगठन ने दावा किया है कि यह इस क्षेत्र में हाल के दिनों की चौथी घटना है। इससे पहले कुंब गुरुद्वारा, एसएसडी धाम और घोटकी में अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिक स्थलों पर हमला हो चुका है। बता दें कि पाकिस्तान में करीब 90 लाख हिंदू अल्पसंख्यक रहते हैं। इनमें से ज्यादातर लोग सिंध में हैं।
ननकाना साहिब पर भी हो चुका है पथराव
इसी महीने की शुरुआत में पाकिस्तान के सैकड़ाें कट्टरपंथी मुस्लिमाें ने सिखों के पवित्र धर्मस्थल ननकाना साहिब गुरुद्वारे काे घेरकर पथराव किया था। प्रदर्शनकारियों ने सिखों को भगाने और ननकाना साहिब का नाम बदलने की धमकी भी दी। दरअसल, एक मुस्लिम युवक ने ननकाना साहिब की ग्रंथी की बेटी को अगवा कर लिया था। जब सिखों ने इसका विरोध किया, तो आरोपी का परिवार मुस्लिमों की भीड़ लेकर गुरुद्वारे के बाहर प्रदर्शन करने लगा। इसी बीच कट्टरपंथियों ने गुरुद्वारे पर हमला किया।
ज्यादती के खिलाफ आवाज उठाने वाले अल्पसंख्यक नेता गिरफ्तार
पाकिस्तान में पश्तूनों के हक में आवाज उठाने वाले संगठन पश्तून तहफ्फुज मूवमेंट के प्रमुख मंजूर पश्तीन को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें पेशावर की एक अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की हिरासत में भेज दिया है। पाकिस्तानी सेना द्वारा पश्तूनों के खिलाफ हो रही ज्यादतियों और गैर न्यायिक एनकाउंटरों के खिलाफ मंजूर लगातार आवाज बुलंद करते रहे हैं। उन पर और उनके सैकड़ों समर्थकों पर देशद्रोह के आरोप लगाए गए हैं।
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