लंदन. ब्रिटेन के लेविस पघ अंटार्कटिक की आइस शीट के नीचे तैरने वाले दुनिया के पहले एथलीट बन गए हैं। 50 साल के लेविस ने तैरते समय स्वीमिंग अंडरगार्मेंट, एक कैप और गॉगल्स पहना था। वह 10 मिनट तक सुप्रा ग्लेशियल झील के पानी में सेफ गॉर्ड की मौजूदगी में 2.2 वर्ग मीटर एरिया में तैरते रहे। इसमें रॉस सागर भी शामिल है, जिसे 2015 में तैराकी के बाद एक मरीन प्रोटेक्टेड एरिया (एमपीए) के रूप में घोषित किया गया था। पघ कायह जुनून किसी रिकॉर्ड को बनाने या कोई उपलब्धि हासिल करने के लिए नहीं था, बल्कि वह लोगों का ध्यान जलवायु परिवर्तन की ओर दिलाना चाहते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अंटार्कटिक की चादरों के नीचे तैरने का पग का सफर अभी शुरू हुआ है। उनका अगला प्रयास सुप्रा-ग्लेशियल झील को तैर कर पार करने वाला पहला व्यक्ति बनना है। डरहम यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन के मुताबिक, पूर्वी अंटार्कटिका में 65,000 सुप्रा-ग्लेशियल झीलें हैं। इनका निर्माण एक बर्फ की चादर की सतह पिघलते से हुआ है।
हम क्लाइमेट इमरजेंसी का सामना कर रहे हैं
लेविस ने ट्वीटर पर पोस्ट कर लिखा, ‘‘मैं जलवायु परिवर्तन का संदेश देने के लिए पूर्वी अंटार्कटिका के ठंडे पानी तैरने गया। ताकि लोगों को दिखा सकूं कि इस क्षेत्र के ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं। इसमें कोई संदेह नहीं कि क्लाइमेट इमरजेंसी का सामना कर रहे हैं। यूनाइटेड नेशन्स की क्लाइमेट चेंज कॉन्फ्रेंस में दुनिया भर के नेताओं को इस ओर तुरंत कदम उठाना होगा, वरना समय निकलता जा रहा है। ’’
शेयर किया सुंदर और डरावना अनुभव
उन्होंने एक पोस्ट इंस्टाग्राम पर भी अपलोड की। इसमें उन्होंने अपने तैराकी के कुछ बहुत सुंदर और कुछ डरावने अनुभव बयां किए। उन्होंने लिखा, ‘‘जब मैं तैरने के लिए पानी के अंदर गया, चारों ओर पानी नीला रंग का दिख रहा था। कुछ देर बाद मेरा सामना एक ऐसी जगह से हुआ जहां पानी बर्फ की शीट में मौजूद दरार से होकर गायब होता लगता था। मुझे लगा, यहां से जाकर यह पानी समुद्र में मिल जाता होगा। हालांकि यह आइस शिफ्टिंग थी। इसके बाद में पानी से बाहर आ गया।’’
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