खेल डेस्क. नवंबर में बीसीसीआई के चुनाव हुए और सौरव गांगुली अध्यक्ष चुने गए। इसके बाद इंडियन क्रिकेटर्स एसोसिएशन (आईसीए) बना। पूर्व चीफ सिलेक्टर अशोक मल्होत्रा इसके अध्यक्ष बने। आईसीए का मकसद क्रिकेटर्स की भलाई और उनके सम्मान के लिए काम करना है। मल्होत्रा ने कहा, ‘‘हमने खिलाड़ियों के लिए काम करना शुरू कर दिया है। बीसीसीआई अभी 25+ रणजी मैच खेलने वाले खिलाड़ियों को ही पेंशन देती है। हम चाहते हैं कि फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलने वाले हर खिलाड़ी को पेंशन मिले, चाहे उसने सिर्फ एक ही रणजी मैच क्यों न खेला है।’’
मल्होत्रा ने कहा, ‘‘खिलाड़ियों को मेडिकल इंश्योरेंस की सुविधा भी मिले। हालांकि, अभी तक हमें फंड नहीं मिला है। लेकिन फंड तो मिलना ही है। सुप्रीम कोर्ट का आदेश है। तीन साल बाद बीसीसीआई अस्तित्व में आई है। सेटल होने में थोड़ा समय लगता है। मुझे पूरी उम्मीद है कि इस महीने आईसीए को फंड मिल जाएगा।’’ गांगुली के अध्यक्ष बनने के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘पहली बार एक क्रिकेटर बीसीसीआई का अध्यक्ष बना है। हर क्रिकेटर को उनसे काफी उम्मीद है। हमारी भी बात हुई है। जल्द ही क्रिकेटर्स की पेंशन और मेडिकल इंश्योरेंस आदि को लेकर कोई फैसला लेंगे।’’
खिलाड़ियों की पत्नियों को भी पेंशन मिले
अभी बीसीसीआई सिर्फ इंटरनेशनल खिलाड़ियों की पत्नियों को ही पेंशन देती है। हम बीसीसीआई से बात करेंगे कि फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों की पत्नियों को भी पेंशन मिले। वैसे भी पुराने खिलाड़ियों को पैसे की ज्यादा जरूरत है। मल्होत्रा ने बताया कि फंड मिलने के बाद हम मुंबई में अपना ऑफिस बनाएंगे। इसके बाद बीसीसीआई के साथ-साथ राज्य क्रिकेट संघों से भी विचार-विमर्श करेंगे। आईसीए सिलेक्टर्स, कोच, अंपायर, रेफरियों का पैनल भी बनाएगी और भविष्य में राज्य क्रिकेट संघों को उपलब्ध कराएगी।
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