The Beast नहीं बल्कि इन इलेक्ट्रिक वाहनों से ताजमहल का दीदार करेंगे Donald Trump

नई दिल्ली: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने कहा था कि दुनिया में 2 तरह के लोग होते हैं एक वो जिन्होने ताजमहल को देखा है और बाकी जिन्होने ताज को नहीं देखा है। डोनॉल्ड ट्रंप पहली कैटेगरी में शामिल होना चाहते हैं और इसीलिए उन्होने एक फैसला लिया है जो सभी को चौंका सकता है। ट्रंप के भारत दौरे में 25 फरवरी को ताजमहल का दीदार भी शामिल है, और ताज का दीदार करने को बेताब ट्रंप ताजमहल का दीदार अपनी पापुलर कार The Beast नहीं बल्कि इलेक्ट्रिक वाहनों में करेंगे । और उस वक्त एक-2 नहीं बल्कि पूरे 15 इलेक्ट्रिक वाहनों से ट्रंप का काफिला बनेगा।

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ये फैसला इसलिए बड़ा है क्योंकि दुनिया के किसी भी कोने में अमेरिकी राष्ट्रपति के पहुंचने से पहले उनकी कार the beast वहां पहुंच जाती है, और इस बार भी ऐसा हुआ लेकिन ताज को देखने के लिए ट्रंप को दि बीस्ट को छोड़ना पड़ रहा है।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश की वजह से लिया गया ये फैसला-

दरअसल ऐसा सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले की वजह से लिया गया है जिसमें ताजमहल के 500 मीटर के रेंज में फ्यूल से चलने वाले वाहन को चलाना मना है और यही वजह है कि ट्रंप को भी अपनी दि बीस्ट को बाहर पार्क करवाना पड़ेगा । ट्रंप के इस काफिले में बैटरी से चलने वाली गोल्फ कार्ट व इलेक्ट्रिक बस रहने वाली है, इनमें से कुछ कार्ट को तो स्थानीय प्रशासन द्वारा हाल ही में जनवरी में खरीदा गया है।

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ओबामा ने कैंसल कर दिया था प्लान- आपको बता दें कि इसी आदेश की वजह से पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आखिरी पलों में अपना ताज विजिट का प्लान चेंज कर दिया था। लेकिन ट्रंप ने ताज के दीदार के लिए बीस्ट को छोड़ना मुनासिब समझा।



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