'मुन्ना भाई एम बी बी एस'का सर्किट हो या 'गोलमाल' का माधवअरशद वारसी ने अपनी बेहतरीन अदाकारी से हर किरदार में जान डाल दी है। आज अरशद अपना 52वां जन्मदिन मना रहा हैं। इस खास मौके पर जानते हैं कि किस तरह अरशद ने एक सेल्स मैन से बॉलीवुड के बेहतरीन एक्टर बनने तक का सफर पूरा किया है।
अनाथ होने के बाद छोड़ दी थी पढ़ाई
अरशद वारसी का जन्म मुंबई में हुआ। महज 14 साल की उम्र में मां बाप के गुजर जाने के बाद अरशद को काफी उतार चढ़ाव देखने पड़े। अपनी जिंदगी गुजारने के लिए अरशद ने 10वीं के बाद पढ़ाई को छोड़कर अपना सारा ध्यान पैसे कमाने में लगा दिया था।
घर घर जाकर बेचते थे कॉस्मेटिक प्रोडक्ट
पढ़ाई छोड़ने के बाद अरशद ने बतौर सेल्स मैन एक कॉस्मेटिक कंपनी में जॉब करना शुरू कर दी थी। उस वक्त उनकी उम्र महज 17 साल थी। जॉब के दौरान ही उनकी रुचि डांस में बढ़ने लगी। जिसके बाद उन्होंने डांस करना शुरू किया। उनके टैलेंट के बदौलतउन्हें अकबर समी का डांस ग्रुप जॉइन करने का मौका मिला। यही वो समय था जब उन्हें 1987 में आई फिल्म 'ठिकाना' और 'काश' के गानों को कोरियोग्राफ करने का मौका मिला।
जया बच्चन ने किया था पहला रोल ऑफर
कई सारे डांस कॉम्पीटीशन का हिस्सा रहने और जीतने के बाद अरशन एक प्रोफेशनल डांस कोरियोग्राफर बन चुके थे। साल 1996 में आई फिल्म 'तेरे मेरे सपने' को अभिताभ बच्चन के प्रोडक्शन हाउस एबीसीएल में बनाया गया था। इस फिल्म के लिए टीम को लीड एक्टर की तलाश थी तभी जया बच्चन की नजर अरशद वारसी पर पड़ी और उन्होंने इस रोल का ऑफर अरशद को दिया। फिल्म 'तेरे मेरे सपने' का गाना 'आंख मारे' एक हिट साबित हुआ जिसमें अरशद ने बेहतरीन डांस किया था। पहली फिल्म केबाद हीउन्हें लगातार फिल्मों के ऑफर मिलने लगे। और आज अरशद इंडस्ट्री के बेहतरीन एक्टर में से एक हैं।
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