अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्डट्रम्प ने चीन पर अमेरिका का फायदा उठाने का आरोप लगाया है। उन्होंने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में कोरोना पर होने वाली प्रेस ब्रिफिंग में चीन के बारे में पूछे जाने पर यह बात कही। उन्होंने कहा कि चीन ने अविश्वसनीय ढंग से हमारा और दूसरे देशों का फायदा उठाया। आप जानते हैं कि उन्हें विकासशील राष्ट्र माना जाता है। मैं कहता हूं कि ठीक है फिर हमें भी विकासशील देश ही बना दें। चीन 30 साल से अमेरिका का फायदा उठा रहा है। चीन ने डब्ल्यूटीओ के जरिए ऐसे नियमों का इस्तेमाल कर फायदा उठाया जो अमेरिका के हित में नहीं हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘वे विकासशील देश हैं इसलिए उन्हें बड़े फायदे मिल रहे हैं। भारत भी एक विकासशील देश है। अमेरिका एक बड़ा विकसित राष्ट्र है। हालांकि, हमें भी विकास के लिए काम करना है।’’
‘डब्ल्यूटीओ में शामिल होने पर बढ़ी चीन की अर्थव्यवस्था’
ट्रम्प ने कहा कि अगर चीन के ईतिहास पर गौर करें तो जब से अमेरिका की मदद से वह डब्ल्यूटीओ में शामिल हुआ, उसकी अर्थव्यवस्था में तेजी आई। इससे पहले कई साल तक उनकी अर्थव्यस्था सामान्य थी। कई दशकों तक उनकी स्थिति ऐसी ही रही। वे रॉकेट की तेजी से आगे बढ़े क्योंकि उसने हम सभी का फायदा उठाया। मैं इसके लिए चीन को दोषी नहीं ठहरा रहा। मैं यह कह रहा हूं कि यहां के लोग कैसे थे जिन्होंने ऐसा होने दिया। ट्रम्प प्रशासन ऐसा नहीं होने देगी। अगर वे हमारे साथ निष्पक्ष बर्ताव नहीं करेंगे, तो हम उन्हें छोड़ देंगे।
अगले हफ्ते डब्ल्यूएचओ को फंड देने पर बात करेंगे: ट्रम्प
उन्होंने कहा कि अमेरिका अगले हफ्ते विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ)को दिए जाने वाले फंड पर बात करेगा। जैसा कि आप जानते हैं हम उन्हें एक साल में करीब 50 करोड़ डॉलर देते हैं। हमारे पास इसके बारे में कहने के लिए काफी कुछ है। डब्ल्यूएचओ चीन केंद्रित हो गया है। इससे पहले 8 अप्रैल को ट्रम्प ने कहा था कि डब्ल्यूएचओ चीन काहिमायती है। वह मदद तोहमसे लेता है, लेकिनहमारे द्वारा लगाए यात्रा प्रतिबंधों से असहमतिजताता है। वे कई चीजों के बारे में गलत थे। लिहाजाडब्ल्यूएचओ पर खर्च होने वाली राशि को रोकने जा रहे हैं। हालांकि, एक मिनट बाद ही वह अपने बयान से मुकर भी गए थे।
‘लॉकडाउन हटाने पर व्हाइट हाउस का कार्यबल फैसला लेगा’
ट्रम्प ने कहा कि देश में लॉकडाउन और संक्रमण रोकने के लिए लगाई गई पाबंदियों को हटाने पर व्हाइट हाउस का कार्यबल विचार विमर्श करने के बाद फैसला लेगा। देश को खोलने पर चर्चा के लिए कारोबारियों और डॉक्टरों के परिषद का गठन भी जल्द किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेरे पास देश को दोबारा खोलने का अधिकार है। मैं चाहता हूं कि जितना जल्द हो देश फिर से खोला जाए। अमेरिका में शुक्रवार तकतक कुल 18 हजार 719 लोग जान गंवा चुके हैं। पिछले24 घंटे में 2,034 लोगों की मौत हुई है। संक्रमण रोकने के लिए देश भर में होटल, रेस्टोरोंट, शॉपिंग माल्स और दूसरी वाणिज्यकि इकाइयांबंद की गईहैं। इससे देश की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है।
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