कोरोनावायरस महामारी के बाद शेन्जेन शहर में नहीं बिकेगा कुत्ते-बिल्लियों का मांस, एक मई से नियम लागू

कोरोनावायरस महामारी से निपटने और नए कोरोनावायरस मिलने के बाद दक्षिणी चीन के शेन्जेन शहर में कुत्ते और बिल्लियों का मांस खाने पर रोक लगा दी गई है। अगले महीने की पहली तारीख से यहां इन जीवों के मांस का व्यापार नहीं होगा। यह फैसला करने वाला शेन्जेन चीन का ये पहला शहर है। चीन सरकारने जंगली जानवरों के मांस को बेचने और उनके खाने पर रोक लगाने की घोषणा फरवरी में की थी। लेकिन प्रांत औरशहर प्रशासन नेएक मई से नियम लागू करने का फैसला किया है।

दरअसल, वैज्ञानिकों को आशंका है कि कोरोनावायरस जंगली जानवरों के माध्यम से ही इंसानों तक पहुंचा है। क्योंकि वायरस की मौजूदगी सबसे पहले चीच के शहर वुहान में देखी गई। यह शहर सभी तरह के जंगली जानवरों के मांस को उपलब्ध कराता है। इनमें सांप, चमगादड़,सुअर, भेड़, गधा, खरगोश, मुर्गा, बतख, हंस, कबूतर, बटेर और बिलाव जैसे जीव शामिल हैं।

बुधवार को आदेश जारी

शेन्जेन प्रशासन ने बुधवार को आदेश जारी करते हुए कहा, ‘‘कुत्ते और बिल्लियां पालतू जानवर हैं। ये इंसानों के काफी करीब हैं। पालतू जानवरों के मांस खाने पर हांगकांग और ताइवान में रोक है। ये बैन मानव सभ्यता के अनुकूल है।’’

अधिक पौष्टिक नहीं जंगली जानवरों का मांस

शेन्जेन सेंटर फॉर डिजीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल के एक अधिकारी लियू जियानपिंग ने कहा, ‘‘लोगों के लिए पोल्ट्री उत्पाद, ताजा मांस और सीफूड पर्याप्त थे। ऐसे में जंगली जानवरों को खाना उचित नहीं। वैसे भी ऐसे सबूत नहीं मिले हैं कि जंगली जानवरों का मांस सामान्य पशुओं के मांस से अधिक पौष्टिक होता है।’’

प्रसाशन ने जानवर बचाने अभियान चलाया
शेन्जेन प्रशासन ने फरवरी से जंगली जानवरों के मांस पर बैन लगाने का फैसला किया था। इसमें कछुए और मेढ़क भी शामिल थे। लेकिन दक्षिणी चीन में इनकी खपत अधिक होती है। यह विवादास्पद है लेकिन फिरभी लोग खाते हैं। इसे देखते हुए प्रशासन ने अब बैन करने का निर्णय लिया है। प्रसाशन ने एक अभियान भी चलाया है। इसके तहत जंगली जानवरों को नहीं खाने और बचाने पर ईनाम मिलता है।

दुनियाभर में सराहना होगी
वाइल्डलाइफ डिपार्टमेंट फाॅर ह्यूमन सोसाइटी इंटरनेशनल की उपाध्यक्ष टेरेसा एम टेलेकी ने कहा, ‘"शेन्जेन दुनिया का पहला ऐसा शहर है जिसने महामारी से सबक लिया और बदलावकिए। वन्यजीव के मांस की खपत को रोकने के लिए शेन्जेन प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम की दुनियाभर में सराहना होगी और शहर अन्य सरकारों के रोल मॉडल।’’



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चीन में सांप, चमगादड़, सुअर, भेड़, गधा, खरगोश, मुर्गा, बतख, हंस, कबूतर, बटेर और बिलाव जैसे जीवों को मांस खाया जाता था। लेकिन कोरोनावायरस के कारण इसमें कमी देखी गई है।


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