क्लास में एक बेंच पर बैठेगा एक ही छात्र, स्कूलों के लिए ये हैं नए नियम!

कोविड-19 के चलते एजुकेशन सिस्टम में बदलाव आया है। क्लासरूम के बजाय अब ऑनलाइन स्टडी को तवज्जो दी जा रही है। लॉकडाउन के बाद चीन, जापान, इजरायल और डेनमार्क जैसे देशों में स्कूल फिर से खुल गए हैं। वहीं भारत में एमएचआरडी अगले सप्ताह स्कूलों को फिर से खोलने संबंधी गाइडलाइन जारी करेगा।

MHRD व CBSE के सूत्रों के अनुसार जोन के हिसाब से स्कूल ऑड-ईवन और एक तिहाई बच्चों को क्लासरूम स्टडी के लिए बुला सकेंगे। चौथी क्लास तक के बच्चों को पहले फेज में स्कूल नहीं बुलाया जा सकता है, वे घर बैठे ही ऑनलाइन स्टडी करेंगे। देशभर के स्कूल्स कुछ टाइम के लिए दो से तीन शिफ्ट में चलेंगे। सबसे ज्यादा संक्रमण का खतरा स्कूल आने जाने में ही हो सकता है। ट्रांसपोर्ट को लेकर विशेष गाइडलाइन तैयार की जा रही है। आईआईएम रोहतक ने भी स्कूल्स को तीन शिफ्ट में चलाने का मॉडल पेश किया है।

आठवीं तक के लिए ऑनलाइन स्टडी
भारतीय विद्याभवन विद्याश्रम स्कूल की प्रिंसिपल प्रतिमा शर्मा का कहना है कि कोरोना के बाद स्टडी पैटर्न सहित सब कुछ बदलने वाला है। आठवीं क्लास तक के बच्चों की फर्स्ट फेज में ऑनलाइन ही रखने पर विचार कर रहे हैं। सिर्फ 9 से 12वीं क्लास के बच्चों को ही स्कूल बुला सकते हैं।

रिकॉर्ड होगी लाइव क्लास
कैंब्रिज कोर्ट वर्ल्ड स्कूल की मेंटोर लता रावत का कहना हैकि पहले से ही स्कूल को दो-तीन शिफ्ट में चलाने की प्लानिंग कर रहे हैं। एक तिहाई बच्चे क्लासरूम में पढ़ाई करते हैं, तो बाकी बच्चे लाइव क्लास को ऑनलाइन जॉइन कर सकेंगे। ये लेक्चर्स रिकॉर्ड भी किए जाएंगे, ताकि क्लास मिस होने पर बच्चा बाद में पढ़ सके। स्पोर्ट्स व कल्चरल एक्टिविटी की जगह पूरा ध्यान एकेडमिक्स पर रहेगा।

स्कूल प्रशासन ने बनाए सुरक्षा नियम
माहेश्वरी पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल अशोक वैद्य का कहना है कि एमएचआरडी और सीबीएसई की ओर से जारी गाइडलाइन को फॉलो करने के साथ स्कूल प्रशासन अपने स्तर पर भी सुरक्षा नियम बना रहा है। हम स्कूल दो और तीन शिफ्ट में चलाने के लिए तैयार हैं। इसके लिए टीचर्स की ट्रेनिंग भी शुरू कर दी है। सिलेबस रिवाइज करने पर भी काम कर रहे हैं। ऑनलाइन स्टडी कुछ दिनों के लिए विकल्प नहीं वरन अब लंबे समय के लिए चलने वाली है।

ऑड-ईवन फॉर्मेट का कर रहे अध्ययन
जयश्री पेड़ीवाल ग्लोबल स्कूल की प्रिंसिपल मंजू खोसला का कहना है कि हम स्कूल शिफ्ट में चलाने के लिए साथ ही बच्चों को ऑड-ईवन फॉर्मेट में बुलाने के लिए तैयार हैं। छोटे बच्चों को फर्स्ट फेज में बिल्कुल नहीं बुलाएंगे। हमारे यहां एक सेक्शन में 30 से ज्यादा बच्चे नहीं है। इनको भी सब-सेक्शन में बांट सकते हैं। क्लास में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जाएगा। सरकार की ओर से गाइडलाइन के बाद स्कूल री-ओपन करने पर काम करेंगे।

ये हो सकते हैं नए सुरक्षा नियम

  • फेस मास्क होगा स्कूल ड्रेस का हिस्सा, एक बैंच पर एक ही बच्चे को बैठाने की प्लानिंग।
  • पहली पारी 7 से 11 बज, दूसरी 11.30 से 3.30 बजे तक और तीसरी पारी 4 से 7.30 बजे तक हो सकती है।
  • पहली से चौथी, पांचवी से आठवीं और 9वीं से 12वीं कक्षा के बन सकते हैं तीन ग्रुप।
  • चौथी क्लास तक के बच्चों को दो महीने घर से ऑनलाइन पढ़ाई की मिल सकती है छूट।
  • स्कूल में एंट्री से लेकर कक्षा में सेनेटाइजेशन।
  • क्लासरूम से वॉशरूम में भी सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी।
  • काउंसलर्स की नियुक्ति।
  • मिड टर्म एग्जाम में पूछे जाएंगे बहुविकल्पीय प्रश्न।
  • तीस परसेंट तक सिलेबस हो सकता है छोटा।
  • असेम्बली, स्पोर्ट्स, इंटरस्कूल व कल्चरल इवेंट्स पर लग सकती है रोक।
  • एयरकंडीशंड कक्षाओं पर भी लग सकती है रोक।
  • टीचर्स की होगी सेफ्टी मैनेजमेंट की ट्रेनिंग।


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