आईपीएल नहीं हुआ तो अंपायर को 15 लाख और अनकैप्ड खिलाड़ियों को 20 लाख रुपए का नुकसान; मोची से लेकर चीयरलीडर्स तक सब परेशान

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का मौजूदा सीजन कोरोनावायरस के कारण अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। टी-20 वर्ल्ड कप के नहीं होने पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अक्टूबर-नवंबर की खाली विंडो में आईपीएल करा सकता है।

इस साल आईपीएल नहीं होने से मोची से लेकर चीयरलीडर्स और अनकैप्ड खिलाड़ी से लेकर अंपायर तक सब प्रभावित होंगे। बोर्ड को भी 4 हजार करोड़ का नुकसान होगा। लीग में शामिल होने वाले लोग भी प्रभावित होंगे।

भास्करन सीएसके के ऑफिशियल मोची, उनके पास कोई काम नहीं
भास्करन चेन्नई सुपर किंग्स के ऑफिशियल मोची हैं। वे 2008 से फ्रेंचाइजी से जुड़े हुए हैं। चिदंबरम स्टेडियम के बाहर उनकी दुकान है। वे रोजाना 500 रुपए कमाते हैं। मैच के दौरान वे खिलाड़ियों के ग्लव्स, पैड और जूते की रिपेयरिंग करते हैं। उन्होंने बताया कि फ्रेंजाइजी की ओर से हर दिन के हजार रुपए मिलते हैं जबकि खिलाड़ी अलग से पैसे देते हैं। लेकिन लॉकडाउन की वजह से उनकी आमदनी बंद हो गई है।

200 से ज्यादा लोग जर्सी बनाते हैं, 2 करोड़ का माल गोदाम में पड़ा हुआ है
लीग के दौरान टीमों की जर्सी बिकती हैं। लीग से जुड़े रोशन ने बताया कि आमतौर पर हम 40 लोगों के साथ काम करते हैं। लेकिन आईपीएल के कारण संख्या बढ़ाकर 200 करनी पड़ती है। हमारे पास पांच टीमों की जर्सी के ऑर्डर पिछले सीजन में थे। लेकिन अब सभी टीमाें ने ऑर्डर रोक दिया है। इसके बाद हमने प्रोडक्शन रोक दिया है। दो करोड़ का माल गोदाम में पड़ा है।

15 से ज्यादा अनकैप्ड खिलाड़ियों को पैसे नहीं मिलेंगे
बंगाल की ओर से खेलने वाले बाएं हाथ के स्पिनर शाहबाज अहमद को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू ने 20 लाख रुपए में खरीदा। इस बार नीलामी में 15 से अधिक अनकैप्ड खिलाड़ियों को 8 टीमों में जगह मिली। ऐसे में यदि लीग नहीं होती है तो इन सभी खिलाड़ियों को पैसे नहीं मिलेंगे।

अंपायर्स को एक सीजन में 15 लाख रुपए मिलते हैं
आईपीएल में हर सीजन में 15 से 20 घरेलू अंपायर्स को मौका मिलता है। मैच रेफरी भी होते हैं। अंपायर्स को 30 से 40 हजार रुपए हर मैच के मिलते हैं। उन्हें औसतन 15 लाख रुपए मिलते हैं। वहीं लोकल स्कोरर को हर मैच के 10 हजार मिलते हैं। यानी 7 घरेलू मैच के 70 हजार।

चीयरलीडर सोफिया सुपर मार्केट में काम कर रही हैं
मुंबई इंडियंस में बतौर चीयरलीडर काम करने वाली ब्रिटेन की सोफिया का कहना है कि लीग के नहीं होने से उन्हें काफी परेशानी हो रही है। वे ऑनलाइन डांसिंग क्लास के साथ सुपर मार्केट में भी नाइट शिफ्ट में काम कर रही हैं। एक चीयरलीडर को औसतन 11 लाख रुपए मिलते हैं।



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आईपीएल नहीं होने से चीयरलीडर्स को काफी परेशानी हो रही है। वे अब सुपर मार्केट जैसी जगहों पर काम कर रही हैं। एक चीयरलीडर को औसतन 11 लाख रुपए मिलते हैं। -फाइल फोटो


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