कोरोना महामारी से दुनियाभर के 90 लाख संक्रमितों में से सबसे ज्यादा 23 लाख अमेरिका में है। फिर भी यहां कोरोना रोकथाम के उपायों के खिलाफ लाखों लोग उठ खड़े हुए हैं। वे न सिर्फ मास्क का विरोध कर रहे हैं, बल्कि सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को भी नहीं मान रहे। अनिवार्य रूप से मास्क पहनने का आदेश जारी करने वाले स्वास्थ्य अधिकारियों को धमकी भी मिल रही हैं।
दक्षिण कैलिफोर्निया के ऑरेंज काउंटी मेंस्वास्थ्य अधिकारी डॉ. निकोल क्विक ने 10 जून को इसलिए इस्तीफा दे दिया क्योंकि उन्हें जान से मारने की धमकियां मिलीं। डॉ क्विक की गलती ये थी कि उन्होंने सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया था। कुछ घंटों बाद ही इसका विरोध शुरू हो गया। कुछ नाराज स्थानीय लोगों ने पोस्टर्स बनाए जिसमें उनकी तुलना हिटलर से की गई।
धमकियां मिलने के बादडॉ. निकोल को सुरक्षा दी गई
ऑरेंज काउंटी के एक्जीक्यूटिव ऑफिसर फ्रैंक किम ने बताया कि सार्वजनिक मीटिंग और सोशल मीडिया पर लगातार मिल रही धमकियों के कारण उन्हें (डॉ क्विक को) सुरक्षा दी गई है। जनता में ये आक्रोश चौंकाने वाला है, क्योंकि इस क्षेत्र में 1.17 लाख लोग कोरोना महामारी के कारण मारे जा चुके हैं। जबकि 21 लाख पॉजिटिव पाए गए हैं। कैलिफोर्निया के ही सैंटा एना इलाके में मास्क समर्थकों के साथ धक्का-मुक्की की गई और नारे लगे- ‘हे हे हो हो मास्क को जाना होगा’।
पुलिस भी लगातार चेतावनी जारी कर रही
कैलिफोर्निया के स्वास्थ्य अधिकारियों के संगठन मेंएक्जीक्यूटिव डायरेक्टर कैट डेबुर्क ने भास्कर को बताया कि आम जनता में वैक्सीन को लेकर नाराजगी तो थी लेकिन इस कदर बढ़ जाएगी कि अधिकारियों को पुलिस सुरक्षा में घूमना पड़ेगा, ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया।
सैन डिएगो में अधिकारियों को चेतावनी जारी करनी पड़ी क्योंकि कई जगहों पर लोग भीड़ में बिना मास्क पहने पार्टी कर रहे थे। न्यूयॉर्क और न्यूजर्सी जैसे राज्यों को छोड़ दें, तो बाकी सभी राज्यों में लोग न तो मास्क पहन रहे हैं, न ही जरूरी दूरी बनाकर रह रहे हैं। वहीं दक्षिण-पश्चिम मध्य राज्यों में बार और रेस्त्रां सुरक्षा नियम मानने को तैयार नहीं हैं। यही स्थिति शॉपिंग मॉल, थियेटर और समुद्र तटों पर भी है।
लोगों का मानना: ट्रम्प जिम्मेदार, जो खुद मास्क नहीं पहनते
लोगों का मानना है कि मास्क न पहनने की लापरवाही के पीछे अमेरिका के गैरजिम्मेदार नेतृत्व का हाथ है। ट्रम्प कई बार महामारी का मजाक उड़ा चुके हैं, वो खुद भी मास्क पहने नहीं दिखे। अब वे संक्रमित इलाकों में रैलियां कर रहे हैं। एक दिन पहले ओकलाहोमा के टुल्सा में रैली हुई, जहांं हफ्तेभर में कोरोना संक्रमितों और भर्ती मरीजों, दोनों की संख्या दोगुनी हो गई है।
रैली में 60 हजार लोग थे, ज्यादातर बिना मास्क के थे। रैली में ट्रम्प ने देश में कोरोना टेस्ट घटाने की बात कही, उन्होंने कहा कि इस संबंध में अधिकारियों को कहा गया है। ट्रम्प के इस बयान पर विशेषज्ञों ने आपत्ति जताई है। विशेषज्ञों का कहना है कि देश में संक्रमित वास्तव में बढ़ रहे हैं, राष्ट्रपति को इसकी चिंता होनी चाहिए।
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