खेल डेस्क. भारतीय कप्तान विराट कोहली टीम के ज्यादा क्रिकेट खेलने से परेशान हैं। उन्होंने गुरुवार को कहा किऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के बाद हम सीधे न्यूजीलैंड पहुंचे। ऐसे में तालमेल बैठाने में दिक्कत होती है। भारतीय कप्तान का चिंता जताना लाजिमी भी है। क्योंकि वर्ल्ड कप से लेकर अब तक भारत ने तीनों फॉर्मेट(वनडे, टेस्ट और वनडे)मिलाकर सबसे ज्यादा 41 मैच खेले हैं। इस दौरान भारतीय टीम 62 दिन मैदान पर रही यानी औसतन हर चौथे दिन मैच खेला। हालांकि, इस मामले में इंग्लैंड उससे आगे है। इंग्लिश टीम ने इस दौरान मैच तो 27 मैच खेले। लेकिन मैदान पर भारत से 4 दिन ज्यादा यानी 66 दिन बिताए। ऐसाइसलिए, क्योंकि उसने भारत के सात के मुकाबले 11 टेस्ट खेले।
बाकी देशों की बात करें, तो बीते 8 महीने में दक्षिण अफ्रीका ने सबसे कम 18 मैच खेले। उसने इस दौरान 6 टेस्ट, ऑस्ट्रेलिया ने 10, वेस्टइंडीज ने 3, श्रीलंका ने 4 टेस्ट खेले हैं। वहीं, मैदान पर वक्त बिताने के मामले में बांग्लादेश सबसे पीछे रहा। टीम मैदान पर 30 दिन रही। भारत के बाद वेस्टइंडीज ने तीनों फॉर्मेट मिलाकर सबसे ज्यादा 36 मैच खेले।
भारत ने 2017 और 2018 में तीनों फॉर्मेट मिलाकर 53 मैच खेले
पिछले 4 साल के आंकड़े भी भारतीय कप्तान के ज्यादा क्रिकेट वाले बयान को सही ठहराते दिख रहे हैं। टीम इंडिया ने 2016 से 2019 के बीच 12 देशों की यात्रा की और तीनों फॉर्मेट में 204 मैच खेले। इस दौरान दो साल ऐसे रहे, जब भारतीय टीम ने 53 मैच खेले। भारतने2018 में सबसे ज्यादा टेस्ट 14 टेस्ट खेले। इसी साल उसने मैदान पर सबसे ज्यादा 97 दिन बिताए यानीऔसतन हर चौथे दिनभारतीय टीम मैदान पर नजर आई।
भारतीय टीम ने 2017 में सबसे कम 75 दिन मैदान पर बिताए
वहीं, बाकी सालों की बात करें तो भारत ने 2016 में तीनों फॉर्मेट मिलाकर 46 मैच खेले। इस दौरान टीम 90 दिन मैदान पर रही यानी औसतन हर चौथे दिन भारत ने मैच खेला। टीम इंडिया ने2017 में 53 मैच खेले और मैदान पर 75 दिन गुजारे। इस लिहाज से उसने हर पांचवें दिन मैच खेला। 2019 में भारत ने 52 मैच खेले और मैदान पर 79 दिन रहे यानी हर पांचवें दिन भारत मैच खेल रहा था।
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