युद्ध की स्थिति में वहां की सांस्कृतिक धरोहरें नहीं बचेंगी: ट्रम्प, रक्षा मंत्री बोले- जंग कानून के तहत ही होगी

वॉशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में कहा था कि अगर ईरान ने हमले की कोशिश की, तो हमारे निशाने पर उसके 52 ठिकाने हैं। ट्रम्प ने कहा था कि इनमें कई ठिकाने इराकी और ईरानी संस्कृति के लिए बेहद अहम हैं। ट्रम्प के इस बयान पर संयुक्त राष्ट्र समेत कई देशों ने उनकी आलोचना की। अब अमेरिकी रक्षा मंत्रालय- पेंटागन ने भी ट्रम्प की राय से दूरी बना ली है। अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने सोमवार को कहा कि हम युद्ध के कानून के तहत ही जंग लड़ेंगे। जब एस्पर से पूछा गया कि क्या इसका मतलब यह है कि वेसांस्कृतिक धरोहरों कोनिशाना नहीं बनाएंगे, क्योंकि यह वॉर क्राइम है? इस पर एस्पर नेकहा- युद्ध का कानून तो यही कहता है।

राष्ट्रपति और रक्षा मंत्री के बीच बयानों का यह फर्क ऐसे समय में आया है, जब ईरान-अमेरिका के बीच तनाव चरम पर है। अमेरिका ने हाल ही में ईरान की कुद्स सेना के जनरल कासिम सुलेमानी को मार गिराया था। इसके बाद ईरान ने अमेरिका को बदला लेने की धमकी दी थी। ट्रम्प ने कहा था कि ईरान ने अगर युद्ध छेड़ने की कोशिश की तो वे ईरान के 52 ठिकानों को निशाना बनाएंगे। इनमें सांस्कृतिक स्थल भी शामिल होंगे।

पोम्पियो ने भी कही अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत कार्रवाई की बात

ट्रम्प के इस बयान की गंभीरता को विदेश मंत्री माइक पोम्पियो भी कम करने की कोशिश कर चुके हैं। पोम्पियो ने कहा था कि अमेरिका अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत ही जवाब देगा। हालांकि, ट्रम्प ने इसे नजरअंदाज करते हुए एक और ट्वीट में कहा था- “ईरान हमारे लोगों को मारने या टॉर्चर करने की कोशिश करता है, वह बम लगाकर हमारे लोगों को उड़ाता है और हम उनकी सांस्कृतिक धरोहरों को छू भी नहीं सकते। चीजें इस तरह तो नहीं चलतीं। लेकिन अंतरराष्ट्रीय कानून यही कहता है।”



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
US Iran Crisis | US President Donald Trump On 52 Iranian Targets Cultural Sites Over US Iran Crisis Latest News


Post a Comment

0 Comments