बॉलीवुड डेस्क.भारतीय क्रिकेट टीम के विश्वविजेता बनने की कहानी बताती हुई फिल्म ‘83’ 10 अप्रैल को रिलीज होने जा रही है। टीम के कप्तान कपिल देव का किरदार रणवीर सिंह निभा रहे हैं। वहीं, उनकी पत्नी रोमी के रोल में रणवीर की रियल लाइफ वाइफ दीपिका पादुकोण निभा रहीं हैं। इस मौके पर दैनिख भास्कर ने रोमी से बात की।
जब कपिल की विश्व विजेता टीम पर फिल्म बनाने के आइडिया का आपको पता चला, तो आपका पहला रिएक्शन क्या था?
शुरू में तो मैंने ज्यादा इम्पोर्टेंस नहीं दी थी, क्योंकि कई दफा बॉलीवुड से जुड़े लोग आ चुके थे इस तरह के प्रपोजल्स लेकर। पर उनकी वे बातें आगे नहीं बढ़तीं। इसलिए मेरा पहला रिएक्शन था कि जब तक चीजें फाइनल नहीं हो जातीं, तब तक चुपचाप देखते रहो।
जब पता चला कि हसबैंड कपिल का किरदार रणवीर सिंह निभाएंगे, तो क्या लगा, कपिल जैसे लीजेंड के रोल को वे जस्टिफाई कर पाएंगे?
मेरे दिल में पहला सवाल उठा कि रणवीर कपिल के लुक के करीब कैसे जाएंगे? मगर जिस तरह से मेकर्स ने रणवीर को कपिल के लुक के सांचे में ढाला, वह देख मैं मंत्रमुग्ध हो गई हूं। उस रोल को रणवीर जस्टिफाई तो कर ही रहे हैं।
जब दीपिका का लुक आपने पहली दफा देखा जो फिल्म में आपका ही किरदार निभा रही है तो आप अपने आपको उससे जोड़ पा रही थीं?
जब दीपिका के लुक की फोटो देखी तो सरप्राइज रह गई। कोई कह नहीं कह सकता कि उसमें मैं और कपिल नहीं हैं। अगर पास से और ध्यान लगाकर न देखो तो दूर से इस फर्स्ट लुक पिक्चर में लगता है कि मैं और कपिल ही खड़े हैं। दीपिका से खुद को कितना कनेक्ट कर पा रही हूं, यह देखना अभी बाकी है।
आपकी और कपिल की केमिस्ट्री को ये दोनों सिल्वर स्क्रीन पर दिखा पाएंगे क्या?
क्यों नहीं दिखा पाएंगे। वे दोनों भी पति-पत्नी हैं इसलिए इस रोल को अच्छे से कर पाएंगे। बल्कि मुझे तो लगता है कि वे दोनों हमसे तीन हजार गुना ज्यादा अच्छी लव केमिस्ट्री पर्दे पर दिखाने वाले हैं।
दीपिका ने एक स्टेटमेंट दिया था कि वो ‘83’ फिल्म में जो रोल कर रही है वो उन औरतों को समर्पित है, जो अपने पति के सपनों को अपने ख्वाबों से ऊपर रखती हैं। क्या आप इससे एग्री करती हैं। क्या आपका कोई
ऐसा सपना जो आपने कपिल जी की खातिर दबाया हो?
मुझे लगता है कि ये बहुत ही व्यक्तिगत चीज है। हम इसको जेनरलाइज नहीं कर सकते। जहां तक मेरे सपनों को दबाने की बात है तो मैंने अपना कोई सपना नहीं दबाया। जो भी करना था वो साथ-साथ भी चल जाता है। शायद मेरा टेंपरामेंट अलग है। हर किसी का टेंपरामेंट अलग होता है।
कपिल जी ने 1983 के वर्ल्ड कप के दौरान कभी आपसे मैच प्रेशर या क्रिकेट से जुड़ी किसी भी चीज़ को डिस्कस किया था?
वर्ल्ड कप तो छोड़ो उन्होंने कभी कोई मैच मुझसे डिस्कस नहीं किया। वो कभी क्रिकेट घर लेकर नहीं आए।
जीत के बाद कपिल जी से मुलाकात में आपने कैसे रिएक्ट किया?
उस आखिरी विकेट के गिरने के बाद तो हम सब बस कूदने ही लगे थे। कपिल से मुलाकात करने गई तो कमरे में बहुत भीड़ थी। उनसे मिलने के लिए हर कोई बेताब था, लाइन सी लगी हुई थी। मैं उन्हें सबसे पहले गले लगकर बधाई देना चाहती थी, पर जो शख्स दरवाजे के पास पहले से खड़ा था, उसने कपिल को मुझसे पहले ही गले लगा लिया। मेरी बारी तो नंबर दो पर आई। इसके बाद फिर पचास से ज्यादा और लोगों ने उन्हें गले लगाया। बस ऐसे ही यह सेलिब्रेशन होता चला गया, जो आज तक जारी है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2T8pLjd
0 Comments